बिहार – लोकसभा चुनाव से ठीक पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी पर लगी रोक को हटा दिया है. उनके इस बयान ने बिहार के सियासी पारे को बढ़ा दिया है. चर्चा है कि नीतीश जल्द ही एनडीए में वापसी करने वाले हैं. हालांकि, नीतीश को लेकर बीजेपी में बड़ा कंफ्यूजन नजर आ रहा है. बीजेपी के सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने भी नीतीश के लिए बंद दरवाजे खुल जाने के संकेत दिए. तो वहीं बीजेपी विधायक जीवेश मिश्रा ने इस तरह की अटकलों को खारिज किया है. बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि अगर 2005 से पहले वाली जेडीयू दोबारा से बीजेपी के साथ आना चाहती है, तो उसके लिए दरवाजे खुले हैं. उन्होंने कहा कि 2005 से पहले जदयू के जितने भी बड़े नेता हैं, वो बीजेपी को पसंद करते हैं. जायसवाल ने कहा कि जदयू के जिन नेताओं ने लालू के जंगलराज के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी, जिन्होंने जंगल राज के खिलाफ संघर्ष किया था वह आज भी बीजेपी को पसंद करते हैं. जायसवाल ने कहा कि बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने सीधे तौर पर यह बयान दे दिया है कि जदयू हो या राजद हो, जो चाहे बीजेपी की सदस्यता ले सकता है।
वहीं बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा ने इस तरह की खबरों का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि अमित शाह की ओर से नीतीश कुमार को हरी झंडी जैसी कोई बात नहीं है. बीजेपी विधायक ने कहा कि उन्होंने (अमित शाह) एक सामान्य बात कही है. लोकसभा चुनाव का समय है, कैसे गठबंधन बनेगा और कौन साथी आयेंगे? बीजेपी गठबंधन की राजनीति की जनक रही है. जीवेश मिश्रा ने कहा कि गठबंधन में और कौन-कौन लोग आएंगे या नहीं आएंगे, इसपर अमित शाह ने एक व्यापक बयान दिया होगा. उनके बयान का बिहार से कोई लेना देना नही है.