रांची – जे एम एम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने मंगलवार को एक पीसी के दौरान केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि न खाऊंगा न खाने दूंगा ये 2014 का जुमला था. इस बार भी लाल किए से पीएम ने इसी को दोहराया, परिवारवाद , भ्रष्टाचार, न खाऊंगा न खाने दूंग. अब 9 साल बाद कैग की रिपोर्ट आई और अरबों के बारे न्याय हुए. पता चला अरबों रुपए डकारने वाले आराम से बैठे हैं और सरकार चला रहे हैं.
जे एम एम महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने आगे कहा कि भारत माला योजना को लेकर पी एम बार बार कहते हैं, इसका सुपरविजन मैं करता हूं, वहां की जो रिपोर्ट आई है, लोग आश्चर्यचकित करता है. समाज कल्याण के नाम पर फर्जी छात्रवृति का खेल हुआ है. समाज कल्याण विभाग की मंत्री चीख चीख कर बोलती हैं जबकि उनके मंत्रालय में भी करोड़ों रुपए लूटे गए. स्वास्थ्य विभाग में आयुष्मान भारत में जो लूट मची है सारे रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए. सीबीसी ने भी शिकायतों के मामले में क्रमवार सबसे पहले गृह मंत्रालय फिर रेल मंत्रालय के बीएड वित्त विभाग को बताया है. इतना बड़ा भ्रष्टाचार इतने बड़े परिवावाद पर तो आज बोलना पड़ेगा. आप पिछले 9 साल में जिनको भी अपने साथ लाना हो ,सरकार बनानी हो ,चुनाव के पहले ,चुनाव के बाद केंद्र की तीन एजेंसी आईटी , सीबीआई और ईडी सक्रिय हो जाती है. आखिर दिल्ली के इस भ्रष्टाचार में ये तीनों एजेंसियां कहां हैं.
साथ ही कहा कि रेलवे के मंत्री भी गुजरात कैडर का आईएएस रहे हैं. ज्यादा तर अधिकारी गुजरात कैडर के हैं. समाज कल्याण मंत्री ने सच तो कभी सीखा ही नहीं उनसे जुड़ा मामला भी है. आपकी एजेंसियां कर क्या रही है. इतना बड़ा स्कैम देश के सिर्फ तीन मंत्रालय का है, जब सारे मंत्रालय के रिपोर्ट आ जायेगें तो कहां जा कर रुकेगा. जब राफेल पर बात आई था तब बंद लिफाफे में सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट दिया गया था और कहा गया था राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है.
बाबूलाल मरांडी आज कल घूम रहे हैं. उनको अब कैग के रिपोर्ट पर बताना पड़ेगा, अब तो आप भी डबल इंजन का एक सपेंशन हैं. आपकी क्या प्रतिक्रिया है. डुमरी घूम रहे हैं ,क्या बोलेगा वहां हमने 2001 में ओबीसी का आरक्षण कम कर दिया था. रघुबर दास के सीएम रहते 1985 की स्थानीयता तय हुई थी तब उस मंत्रीमंडल में तो चंद्रप्रकाश चौधरी भी थे. सिर्फ भ्रम पैदा करना ,लोगों के बुनियादी सवाल से मुंह फेर लेना ,साम्प्रदायिक अलगाववाद को आगे बढ़ाना ,अब केंद्र की नीति और नीयत बन गई है. हम लोग तैयार हैं , डुमरी इसका आगाज करेगा और 2024 इसका अंत करेगा. डुमरी में इस बात की गारंटी जरुर करेंगे पिछले बार जीत का मार्जिन 75 हजार से एक लाख हो इसके प्रबंधन के लिए बाबूलाल डुमरी गए हैं.