पटना – पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार में हिम्मत हो तो उन्हें फुलवरिया में लालू प्रसाद के मंदिर जाने के समय उन पर छाता लगाने वाले एसडीपीओ को लोकसेवक आचार संहिता का उल्लंघन करने के कारण निलंबित करना चाहिए. वे बतायें कि उक्त अधिकारी ने किसके आदेश पर अपने अनुमंडल से बाहर जाकर लालू प्रसाद की ऐसी सेवा की ?
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद जब मुख्यमंत्री थे, तब आइएएस अफसर से अपना पीकदान उठवाते थे. उन्होंने कहा कि यदि राजद सत्ता में रहा तो बिहार में डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी को भी लालू प्रसाद या उनके परिवार के किसी व्यक्ति का पीकदान उठाना पड़ सकता है.
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद किसी संवैधानिक पद पर नहीं, बल्कि चारा घोटाला में सजायाफ्ता और जमानत पर हैं, फिर भी उनकी निजी यात्रा के दौरान स्थानीय प्रशासन राजद प्रमुख की सेवा में नतमस्तक रहा.
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद के साथ फुलवरिया में बालू माफिया सुभाष यादव भी था. छाता लगाने वाला एसडीपीओ उनका करीबी रिश्तेदार बताया जाता है. उन्होंने कहा कि इसी सुभाष यादव ने एक ही दिन में राबड़ी देवी के चार फ्लैट खरीद लिए थे. सुभाष के यहाँ आयकर का छापा पड़ने पर करोड़ों रुपये की अवैध सम्पत्ति का पता चला था. सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू और बालू का रिश्ता काफी पुराना है, इसलिए नीतीश सरकार बालू माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने में हिचकती है.
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के पिता और माता क्रमशः लालू प्रसाद एवं राबड़ी देवी इन दिनों अपने गृह जिले गोपालगंज में हैं. एक वीडियो फुटेज में बुजुर्ग दंपती को उनकी सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी उन्हें बारिश से बचाने के लिए उनके सिर पर छाता लगा कर ले जाते दिख रहे हैं.