बगहा – बिहार के पश्चिमी चंपारण से बड़ी खबर आ रही है. वहां नागपंचमी पर बवाल के बाद अब सरकार ने इंटरनेट सेवाओं पर बैन लगाने का फैसला किया है. सरकार ने जिस तरह से इंटरनेट सेवाओं को बंद करने का फैसला लिया है, उससे लग रहा है कि हालात वहां अब भी काबू में नहीं हैं और सरकार अफवाहों को लेकर किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है.
राज्य सरकार के गृह विभाग के निर्देशानुसार इंटरनेट सेवाओं पर अगले आदेश तक पाबंदी औऱ रोक लगा दी गई है. एक दिन पहले नागपंचमी के मौके पर मूर्ति क्षतिग्रस्त होने की अफवाह के कारण दो पक्षों में झड़प हो गई थी. देखते ही देखते तोड़फोड़ व मारपीट ने हिंसक रूप धारण कर लिया था. इधर जिले के डीएम दिनेश रॉय व चम्पारण रेंज के डीआईजी जयंतकांत फ्लैग मार्च कर शांति की अपील कर रहे हैं. वहीं, पुलिस ने दर्जनों लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है.
घटना में मंगलवार को दूसरे दिन कुछ असामाजिक तत्वों ने पत्रकारों पर भी हमले किए और फोन के अलावा कैमरे छीन लिए. हालांकि जिला प्रशासन लगातार ये दावा कर रही है कि स्थिति अब सामान्य है. 22 से 24 अगस्त तक बगहा में इंटरनेट बैन करने के अलावा प्रशासन ने 22 सोशल नेटवर्किंग साइट को भी बैन कर दिया है. घटना के बारे में बगहा पुलिस का कहना है कि बगहा के रतनमाला मोहल्ला में महावीरी झंडा निकालने के दौरान दो पक्षों के बीच मामूली झड़प में करीब एक दर्जन लोगों को हल्की चोटें आई हैं. जिसके बाद घटना की सूचना पर मौके पर जिला पदाधिकारी पश्चिम चंपारण, पुलिस अधीक्षक बेतिया और पुलिस बल तैनात है. और स्थिति फिलहाल पूरी तरह नियंत्रण में है.