बिहार -बिहार में अपराधियों के हौंसले काफी बढ़े हुए नजर आ रहे हैं. बैखौफ बदमाशों की एक ऐसी करतूत सामने आई है, जिसे सुनकर आप ट्रेन में यात्रा करने से डरेंगे. दरअसल, बदमाशों ने गया-हावड़ा एक्सप्रेस की जनरल बोगी में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना के बाद अपराधियों चेन खींचकर ट्रेन रोकी और फरार होने में कामयाब रहे. वहीं इस घटना के बाद यात्रियों में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया. मृतक की पहचान तेतरहाट थाना के महिसोना गांव निवासी सहदेव साह के बेटे धर्मेंद्र साह के रूप में हुई है. घटना मंगलवार (21 जनवरी) की रात की है.
घटना को लेकर बताया जा रहा है कि ट्रेन किऊल रेलवे स्टेशन से पौने 4 बजे के करीब खुली थी. ट्रेन ने जैसे ही जमालपुर की ओर आउटर सिग्नल को पार किया, 4 अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया. बदमाशों ने नजदीक से युवक के सिर में गोली मारी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई. इसके बाद उन्होंने चेन खींचकर ट्रेन रोकी और बोगी से उतरकर रात के अंधेरे में फरार हो गए. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चार बदमाशों में से दो हाथ में पिस्तौल थी. ट्रेन में मौजूद रेलवे पुलिस के जवानों को जब घटना की जानकारी मिली तो वे घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने ही किऊल रेलवे स्टेशन जीआरपी और आरपीएफ को सूचित किया.
जिसके बाद रेलवे सुरक्षा बल के तमाम अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. आरपीएफ ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है. रेलवे पुलिस के जवानों ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. रेल डीएसपी ने बताया कि जांच के दौरान मृतक के पास से कुछ दस्तावेज व जमीन के कागजात मिले हैं. इससे प्रथम दृष्टया भूमि विवाद का मामला प्रतीत हो रहा है. वहीं मृतक के गांववालों के अनुसार धर्मेंद्र साव, सहदेव साह का दूर के रिश्ते में नाती लगता था. सहदेव साह ने निसंतान होने की वजह से धर्मेंद्र को पोशपुत लेते हुए अपनी वसीयत इसके नाम कर दी थी. मृतक धर्मेंद्र ने तीन शादी की थी.