रांची – झारखंड की राजधानी रांची के पास सिल्ली थाना क्षेत्र के पिस्का गांव में बृहस्पतिवार को कुएं का एक हिस्सा ढह जाने से अब तक छह लोगों की मौत हो गयी है. बताया गया कि कुएं में एक बैल गिर गया था, जिसे निकालने के लिए 7 लोग कुआं में उतर गए थे. उसी समय कुआं धंस गया. ये घटना जिले के मुरी ओपी क्षेत्र के पिस्का गांव में हुई है.
मलबे के नीचे दबे तीन लोगों के शव को कल निकाला गया था. वहीं तीन अन्य को निकालने के लिए एनडीआरएफ प्रयास कर रही है. पोकलेन से गड्ढा किया जा रहा है ताकि 40 फीट की गहराई तक पहुंचा जा सके. मिट्टी के अलावा बड़े-बड़े बिल्डर रेस्क्यू में परेशानी बन रहे है.
वहीं इस घटना में एक 30 वर्षीय अरविंद मांझी भी इस मिट्टी में दबी थी. गनीमत रही कि ऊपरी सतह पर होने से वह सकुशल बाहर निकल गई. उन्होंने अपनी आपबीती भी सुनाई है. उन्होंने बताया कि बेल का बछड़ा जब पानी में गिरा तब लगभग 5 फीट उस कुएं में पानी भी था. एक व्यक्ति नीचे जाकर निकालने की कोशिश कर रहा था. वहीं अन्य लोग ऊपर से बैल को खींचने का प्रयास कर रहे थे. मिट्टी नम थी जिसके वजह से कुआं लगभग 40 फीट धंस गया.
वहीं मिट्टी में दबे गुरुपद मांझी के निकाले जाने का इंतजार उनकी पत्नी कर रही है. पत्नी सोहरी देवी बताती हैं कि कल शाम बैल के बछड़े को बचाने के क्रम में उनके पति अंदर दब गए हैं. उनके दो बेटे हैं जो एक राजस्थान और एक गुजरात में कार्यरत हैं. गुजरात वाले को सूचना दी गई है वह पहुंच रहा है.
वहीं मौके पर आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो कल से ही घटनास्थल पर कैंप किए हुए हैं. उन्होंने जानकारी दी कि शाम की घटना के बाद 7:00 बजे उन्हें जानकारी मिली वह पहुंचे लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं शुरू हो सका. तकरीबन रात 1:00 बजे से रेस्क्यू चल रहा है और लोगों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है.
वहीं मौके पर सांसद संजय सेठ भी पहुंचे हुए हैं. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि इतनी बड़ी घटना घटी है लेकिन सिर्फ प्रखंड स्तर के अधिकारी यहां मौजूद हैं ना ही कोई संसाधन ना ही कोई व्यवस्था जबकि राज्य सरकार ने पहले ही 5 लोगों की मौत की पुष्टि करते हुए संवेदना जाहिर कर दी. लेकिन उनके शव को नहीं निकाला जा सका और ना ही कोई जिला स्तर के अधिकारी यहां पर मौजूद हैं.