बिहार के लोक आस्था का महापर्व छठ के दूसरे दिन जिसे लोग खरना के नाम से जानते हैं इस दिन छठ वर्ती गंगा स्नान करके अपने घर आकार मिट्टी के चूल्हे पर माँ का प्रसाद बनाति है फिर संध्या बेला में माँ को भोग लगता है उसके बाद सभी लोगों को प्रसाद खिलाया जाता है इस पर्व में पूरा समाज एक जुट होकर सेवा करते है इस दिन लोग अपनी छमता से सुप नारियल का वितरण करते हैं छठ हमारे स्वच्छता का प्रतीक है और आस्था,धर्म,एकजुट, और हमारे बिहार का प्रतीक है जय छठी मैया