भारत में हर साल 2,40,000 से अधिक बच्चे हृदय रोग के साथ पैदा होते हैं, जो कि शिशु मृत्यु दर का एक प्रमुख कारण है.

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हमारे संस्थापक के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए, ट्रस्ट ने अब श्री सत्य साईं संजीवनी सेंटर फॉर चाइल्ड हार्ट केयर के माध्यम से जन्मजात हृदय रोगों की वैश्विक समस्या से निपटने की दिशा में एक यात्रा शुरू की है।

हमारे अस्पतालों की श्रृंखला बच्चों का पूर्णतः निःशुल्क उपचार करती है, जिससे बच्चों के जीवन में गरिमा बहाल होती है तथा उन्हें स्वस्थ बचपन का उपहार मिलता है।

श्री सत्य साईं संजीवनी ने नवंबर 2012 में छत्तीसगढ़ के अटल नगर (पूर्व में नया रायपुर) में बाल हृदय देखभाल के लिए पहला समर्पित पूर्णतः निःशुल्क केंद्र स्थापित करके इस यात्रा की शुरुआत की।

दूसरे केंद्र – श्री सत्य साईं संजीवनी अंतर्राष्ट्रीय बाल हृदय देखभाल एवं अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा नवंबर 2016 में हरियाणा के पलवल जिले के बाघोला में किया गया था।

श्री सत्य साईं संजीवनी सेंटर फॉर चाइल्ड हार्ट केयर एंड ट्रेनिंग इन पीडियाट्रिक कार्डियक स्किल्स, खारघर, नवी मुंबई को नवंबर 2018 में मानवता की सेवा के लिए समर्पित किया गया।
आज भारत और विदेश में सत्य साई संजीवनी परिवार के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था। जब पद्मभूषण सुनील गावस्कर और डॉ. सी. श्रीनिवास को एक मंच पर पहली बार मंच साझा कर रहे हैं जहां पर सत्य साइन हॉस्पिटल के ट्रस्टी के श्रीनिवास ने बताया कि किस तरह से भारत के लोगों मैं भारत के बच्चों में हार्ट के बीमारी के मात्रा बहुत बढ़ती जा रही है और पैसे की अभाव होने की वजह से लोग ऑपरेशन नहीं कर पाते हैं इसी को ध्यान में रखकर इस अस्पताल मैं फ्री ऑफ़ कॉस्ट ऑपरेशन की जाती है समाज सेवा ही ईश्वर सेवा है यही सत्य है
वही क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने कहा कि क्रिकेट ,कमेंटरी के जीवन से अलग समाज सेवा के प्रति प्रभावित होकर श्री सत्य साइन के चरणों में आए और
श्री सत्य साई संजीवनी हॉस्पिटल में सक्रिय भूमिका के बीच का यही वजह है कि जब से सत्य साई के शरण में आए मेरी जिंदगी में बहुत सारे बदलाव हुए और मैं सितारा बन कर उभरा साथ ही साथ उन्होंने ओलंपिक खेल में भारत के लिए पदक जीतने वाले सभी खिलाड़ियों का अभिवादन किया और हौसला अफजाई की।वही गावस्कर ने कहा कि हर दिन इंसान को एक अच्छा काम करना चाहिए।
एक सामाजिक और आध्यात्मिक नेता के रूप में आप विश्व में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए काम कर रहे हैं. भारत में पूरी तरह से मुफ्त डिकल कॉलेज की स्थापना और चिकित्सा शिक्षा प्रदान करने का काम पहले कभी नहीं हुआ.
2012 से श्री सत्य साईं संजीवनी शिशु हृदय केन्द्र और मातृ एवं शिशु अस्पताल पूरी तरह से निःशुल्क सेवाएं देने लगे हैं और पूरे देश में फैल गए हैं।

भारत के कई राज्यों और अन्य देशों में ऐसे कई केंद्र खोले जा रहे हैं। ये लोक सेवा और राष्ट्र निर्माण के स्वीकृत केंद्र हैं।

मुख्य संरक्षक श्रद्धेय सद्गुरु श्री मधुसूदन साईं, वंचितों की सेवा करने और वंचितों तक पहुंचने में हमारी प्रेरणा और निरंतर समर्थन हैं।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है, “श्री सत्य साई संजीवनी हॉस्पिटल्स द्वारा प्रदान की गई प्रेम और करुणा के साथ निस्वार्थ सेवाएं भविष्य में लोगों और संस्थानों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी । सत्य साई संजीवनी आज यह साकार कर दिया.

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