पटना – बिहार में इस समय नदियां उफान पर हैं. उत्तर बिहार में गंगा के जल का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. पटना में गंगा नदी खतरे के निशान के करीब हैं. लेकिन इसके बाद भी लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं और नाव की सवारी करके नदी पार कर रहे हैं. नेपाल में हो रही तेज़ बारिश की वजह से बिहार की नदियां इस समय उफान पर हैं. कई इलाकों में नदियों का पानी इलाके में आ गया है. इसके अलावा कई जगहों पर नदियां का पानी खतरे के निशान के करीब हैं. पटना में भी गंगा नदी पूरे उफान पर है. गंगा नदी भी खतरे के निशान के ऊपर है. यहां पर 48.60 सेंटीमीटर खतरे का निशान है और गंगा नदी 48.58 सेंटीमीटर पर पहुंच गई हैं. इसी वजह से पटना के निचले हिस्से और सोनपुर के नकटा संदलपुर और पन्ना पुर दियारा के साथ कई गांवों पानी प्रवेश कर गया है.
गंगा नदी के उफान पर लोगों का नदी के आर-पार जाने का सिलसिला कम नहीं हुआ है. क्या बच्चे हो बुड़े हो या जवान हो सभी जान हथेली पर रख गंगा को पार कर रहे है. लोगों का कहना है कि नदी के पार जाने के लिए सिर्फ नाव ही एक मात्र साधन हैं. बिना नदी के पार जाए तो उनकी रोजी रोटी नही चल सकती है. जिस वजह से गंगा के जल स्तर में बढ़ोतरी हो रही है, इससे अब लोगों के लिए खतरा बढ़ रहा है. लोग ओवर लोडेड नाव पर सवारी कर रहे हैं. ऐसे में कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है.
बता दें कि बिहार में पिछले तीनों दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिस वजह से लोगों को गर्मी से भी राहत मिली है. इसके अलावा किसानों को भी राहत मिली है. इस बार बिहार में मानसून कम एक्टिव हुआ है, जिस वजह से किसानों को धान की रोपाई में दिक्कत हो रही है.