निचले इलाकों में घुसा पानी, बागमती और लालबकेया नदी लाल निशान से पार, मोतिहारी में बाढ़ का खतरा

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मोतिहारी – नेपाल की तराई क्षेत्र में भारी बारिश के कारण बागमती नदी के जलस्तर मे काफ़ी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. इससे मोतिहारी-शिवहर पथ पर पानी चढ़ गया और आवागमन बाधित हो गया. पताही के जिहुली गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. मोतिहारी में करीब दो महीनों से बारिश और पानी का लोगों को इंतजार था. गर्मी और पीने के पानी के संकट से पूरा पूर्वी चंपारण जूझ रहा था. इसी बीच बारिश के साथ ही अचानक से नदियों में जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. स्थानीय मछुआरों का कहना है कि नदी के पानी की रफ्तार काफी तेज है. अगर इसी तरह एक दो घंटे और पानी बढ़ा तो पूरे क्षेत्र में बाढ़ का पानी फ़ैल जाएगा. नदी के जलस्तर में वृद्धि की सूचना से प्रखंड के बाढ़ प्रभावित गांव के लोग सहम गए हैं.

मुंगेर के टेटिया बंबर प्रखंड क्षेत्र के पुराने प्रखंड कार्यालय एवं चंपाचक गांव में लगातार तीन दिनों से हो रही बारिश के कारण उफनाई महाने नदी का तटबंध टूट गया है. इससे आधे दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया और धान की फसल डूब गई है. कई घरों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है. टेटिया, चंपाचक धपरी समेत आधे दर्जन गांव बाढ़ की जद में हैं. 

राजधानी पटना में मानसून सक्रिय रहने के कारण झमाझम बारिश हो रही है तो कई जिलों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने भोजपुर, पूर्वी चंपारण और सारण में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है तो वहीं बिहार के कई जिलों में 70 से 100 फीसद तक बारिश का अनुमान जताया गया है. अगले 5 दिनों तक अच्छी बारिश होने की पूरी संभावना है. 

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