बक्सर – बक्सर में एक बार फिर बाढ़ का खतरा सताने लगा है. दरअसल पिछले कुछ दिनों से गंगा के जलस्तर में हुई वृद्धि के कारण लोग डरे और सहमें हुए हैं. गौरतलब है कि पिछले कुछ से दिनों गंगा के जलस्तर में हुई वृद्धि के बाद गंगा का पानी स्थिर हो गया था लेकिन एक बार फिर अचानक जल वृद्धि के कारण गंगा तटीय इलाकों के लोग भयभीत हैं. हालांकि जानकारी के मुताबिक गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से महज कुछ ही दूरी पर है ऐसे में गंगा किनारे रहने वाले लोगों की सांस टंगी हुई है और लोगों को बाढ़ का खतरा सता रहा है.
जिले के अन्य सहायक नदियों में भी उफान देखा जा रहा है जिसके कारण आसपास के लोगों में बाढ़ के खतरे को लेकर घबराहट लाजमी है. गौरतलब है की गंगा नदी या फिर सहायक नदियों के किनारे बसे गांवों को बाढ़ का द्वंश सबसे ज्यादा झेलना पड़ता है जिसके कारण उन्हें काफी नुकसान का भी सामना करना पड़ता है. ऐसे में एक बार फिर गंगा और सहायक नदियों का रौद्र रूप देखकर लोगों की चिंता बढ़ी हुई है.
इधर गंगा के बढ़ते जलस्तर और बाढ़ के खतरा के मद्देनजर नजर जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर नजर आ रहा है. जिलाधिकारी के नेतृत्व में एसडीम सहित कई अधिकारी लगातार गंगा के जलस्तर पर नजर बनाए हुए हैं. आने वाले खतरों से निपटने के लिए पूरी तरह से मुकम्मल तैयारी भी की जा रही है. इस बाबत प्रशासन के तरफ से गंगा के तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों के साथ संवाद स्थापित कर समस्या और निदान पर चर्चा की जा रही है और लोगों से अपील की जा रही है कि घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि ऐसे समय में सचेत और सावधान रहने की जरूरत है.
राहत की बात यह है कि फिलहाल गंगा का पानी स्थिर है और फिलहाल खतरे जैसी कोई स्थिति नहीं है. केंद्रीय जल बोर्ड से मिली जानकारी के मुताबिक गंगा का जलस्तर 58.67 पर टिका हुआ है जबकि चेतावनी बिंदु 59.32 है. ऐसे में गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से महज कुछ ही सेंटीमीटर नीचे है. हालांकि जिस तरीके से सहायक नदियों और गंगा के जलस्तर में रुक रुक कर इजाफा का दौर जारी है इससे आने वाले समय में बाढ़ के खतरे को भी नजर अंदाज नहीं किया जा सकता. लिहाजा प्रशासन के तरफ से मुकम्मल तैयारी की गई है और लोगों से भी सचेत रहने की अपील की गई है.