बेतिया -बिहार में शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब के सेवन से लोगों की मौत हो रही है. बेतिया के लौरिया में भी 6 लोगों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई. जिसके बाद ये कहा जा रहा है कि सभी की मौत शराब पीने से हुई है. वहीं इस मामले में राजनीति भी जमकर हुई. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार जहरीली शराब से मौत को लेकर राज्य सरकार पर हमलावर हैं. इस मामले में अब बेतिया के एसपी डॉ शौर्य सुमन का अब स्पष्टिकरण आया है.
जिला प्रशासन ने लौरिया मठिया गांव में हुए पांच संदिग्ध मौत पर प्रेस कांफ्रेंस किया है. बेतिया एसपी डॉ शौर्य सुमन ने बताया कि चार सदस्यीय जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंपी है. किसी भी व्यक्ति की मौत जहरीली शराब पीने से नहीं हुई है. कई बिंदुओं पर जांच हुई है. एक व्यक्ति जो प्रदीप था वो वह शराब पीने का आदि था लेकिन उनका मौत भी जहरीली शराब पीने से नहीं हुई है. वहीं प्रभारी डीएम सुमित कुमार ने बताया चार सदस्यीय टीम ने जांच सौंप दी है. जो खबर चलाई जा रही थी वह निराधार है. जो भी मौत हुई है. वह ठंड लगने की वजह से हुई है. एक व्यक्ति शराब का आदि था. उसकी मौत भी जहरीली शराब पीने से नहीं हुई थी.
बता दें कि बेतिया में हुए संदिग्ध मौतों के बाद तेजस्वी यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह से शराब से लगातार मौतें हो रही हैं और सरकार उसे छुपाने का काम कर रही है. अगर बिहार में शराबबंदी है तो फिर इतनी आसानी से शराब कैसे उपलब्ध हो रही है और ये कौन लोग हैं, जो शराब उपलब्ध करा रहे हैं? बता दें कि बेतिया के लौरिया थाने के मठिया गांव में 36 घंटे के भीतर 5 लोगों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी.