बिहार कोकिला शारदा सिन्हा का राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार

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पटना – जी हां, यह खबर बहुत ही दुःखद है। शारदा सिन्हा, जो कि बिहार की एक प्रसिद्ध गायिका और संगीतकार थीं, उनके निधन के बाद राज्य सरकार ने उनके अंतिम संस्कार को राजकीय सम्मान देने का निर्णय लिया है। शारदा सिन्हा का योगदान भारतीय संगीत, विशेषकर भोजपुरी और मैथिली संगीत के क्षेत्र में अत्यधिक महत्वपूर्ण था। उनके बेटे के मुताबिक सबसे पहले वो अपने घर राजेंद्र नगर जाएंगे, जहां शारदा सिन्हा के आखिरी दर्शन के लिए उनके फैंस देखने आ सकते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार  ने घोषणा की. स्वर्गीय शारदा सिन्हा जी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ होगा. अंतिम संस्कार या तो आज शाम या कल सुबह हो सकता है.

उनकी आवाज़ ने न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश में अपनी छाप छोड़ी। शारदा सिन्हा के गीतों को लोग आज भी बड़े श्रद्धा भाव से सुनते हैं, खासकर उनके धार्मिक और लोक गीतों को। उनका योगदान भारतीय लोक संगीत को जीवित रखने में बेहद महत्वपूर्ण था। राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार एक सम्मानजनक कदम है, जो उनके संगीत और कला के प्रति राज्य और समाज की श्रद्धा को दर्शाता है। उनके परिवार और श्रोताओं को इस कठिन समय में संबल मिले, यही कामना है।

शारदा सिन्हा का निधन एक गहरी क्षति है, न केवल बिहार के सांस्कृतिक जीवन के लिए, बल्कि पूरे भारतीय संगीत जगत के लिए। उन्होंने अपने गीतों के माध्यम से बिहार की लोक संस्कृति, खासकर भोजपुरी और मैथिली बोलियों को देश-विदेश में पहचान दिलाई। उनकी आवाज़ में जो मिठास और गहराई थी, वह भारतीय लोक संगीत को एक नई दिशा देने में सक्षम रही।

उनकी सबसे प्रसिद्ध रचनाएँ जैसे “हो सैंया दिलवा मांगे लहंगा” और “गंगा किनारे मोरा गाँव” आज भी लोगों के दिलों में बसी हुई हैं। इसके अलावा, उन्होंने अपने गायन से कई भक्ति गीत, पारंपरिक गीत और लोक संगीत की विविधता को जीवन दिया। उनके गीतों में न केवल काव्यात्मक सौंदर्य था, बल्कि सामाजिक संदर्भ और सांस्कृतिक धारा भी प्रकट होती थी।

राजकीय सम्मान से उनका अंतिम संस्कार होने का मतलब है कि बिहार सरकार और उनके श्रोताओं का उन्हें और उनके योगदान को उच्च सम्मान देना। यह एक श्रद्धांजलि है, जो उन्हें जीवनभर उनके संगीत और कला के लिए मिलता रहेगा। इस कठिन समय में उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हमारी सहानुभूति है। उनकी विरासत, उनकी आवाज़ और उनके संगीत के साथ वह हमेशा हमारे बीच जीवित रहेंगी।

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